सचिन तेंदुलकर ने बताया- डेब्यू शतक से एक रात पहले बेटे अर्जुन से क्या बात हुई, एक कहानी का किया जिक्र

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हाइलाइट्स

अर्जुन तेंदुलकर ने एक दिन पहले फर्स्ट क्लास डेब्यू पर शतक ठोका था
रणजी ट्रॉफी में गोवा की तरफ से खेलते हुए राजस्थान के खिलाफ सैकड़ा जड़ा
सचिन तेंदुलकर ने बताया कि मैच से पहले उनके और अर्जुन के बीच क्या बात हुई

नई दिल्ली. अर्जुन तेंदुलकर ने पिता सचिन तेंदुलकर की तरह ही अपने फर्स्ट क्लास डेब्यू पर शतक जड़ने का कारनामा किया. 23 साल के अर्जुन ने इसी साल मुंबई को छोड़कर गोवा से खेलने का फैसला लिया था, क्योंकि उन्हें मुंबई से रणजी खेलने का मौका नहीं मिल पा रहा था और गोवा की टीम से जुड़ते ही उन्होंने अपने पहले ही फर्स्ट क्लास मैच में राजस्थान के खिलाफ सैकड़ा जड़ दिया. अर्जुन को नाइटवॉचमैन के तौर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया था और उन्होंने मैच के दूसरे दिन यानी बुधवार को सेंचुरी पूरी की. अर्जुन 207 गेंद में 120 रन बनाकर आउट हुए. उनकी इस ड्रीम डेब्यू से सचिन तेंदुलकर भी खुश हैं और इस मौके पर अपने पिता रमेश तेंदुलकर से जुड़ी एक कहानी साझा की.

हिंदुस्तान टाइम्स ने सचिन तेंदुलकर के हवाले से बताया कि मास्टर ब्लास्टर कि मैच से पहले अर्जुन से क्या बात हुई थी. उनसे जब अर्जुन के शतक के बारे में पूछा गया तो सचिन ने अपने पिता रमेश तेंदुलकर से जुड़ी एक कहानी साझा की. उन्होंने कहा, ‘मुझे याद है कि जब मैंने भारत के लिए खेलना शुरू किया था, तब मेरे पिताजी ने किसी को यह कहते सुना था कि यह सचिन के पिता हैं. तब उन्होंने मुझसे कहा था कि यह मेरी जिंदगी के सबसे खास पलों में से एक है. जब आपका बेटा कामयाब होता है तो काफी खुशी होती है. हर पिता यही चाहता है कि उसे बच्चों के काम के कारण ही पहचाना जाए.’

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अर्जुन को हमेशा दबाव झेलना पड़ा: सचिन
इसके बाद सचिन ने आगे कहा, ‘अर्जुन का बचपन सामान्य नहीं रहा है. एक क्रिकेटर का बेटा होने के कारण काफी दबाव रहता है. यही इकलौती वजह है कि जब संन्यास के बाद मुंबई में मीडिया ने मुझे सम्मानित किया था, तब मैंने यही कहा था कि उसे क्रिकेट से प्यार करने दीजिए. उसके ऊपर पिता के नाम का दबाव नहीं होना चाहिए. मैं उसे आजादी से क्रिकेट खेलते देखना चाहता हूं. मेरी हमेशा कोशिश रहती है कि वो किसी तरह का दबाव नहीं ले.’

सचिन ने बेटे के डेब्यू फर्स्ट क्लास शतक से एक रात पहले अर्जुन के साथ हुई अपनी बातचीत साझा की. उन्होंने सुनील गावस्कर के बेटे रोहन का उदाहरण देते हुए कहा कि अर्जुन के लिए यह सफर आसान नहीं रहा.

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‘मैंने अर्जुन से शतक जमाने को कहा था’
सचिन ने कहा, ‘यह अर्जुन के लिए आसान सफर नहीं रहा. उनके लिए यहां तक आना मुश्किलों भरा रहा. कोई अगर उनसे खुद को रिलेट कर सकता है, तो वो रोहन गावस्कर हैं. डेब्यू शतक से एक रात पहले जब अर्जुन से बात हुई, तो मैंने उससे कहा कि शतक की कोशिश करना. वो 4 रन पर नाबाद था. उसे नाइटवॉचमैन के रूप में भेजा गया था. उसने पूछा कि इस पिच पर अच्छा टोटल क्या हो सकता है? उस वक्त गोवा का स्कोर 210/5 था. मैंने कहा कि कम से कम 375 रन तक पहुंचना चाहिए. तब उसने कहा कि क्या आप यकीन से कह सकते हैं? मैंने हां में जवाब दिया. मैंने कहा कि आप शतक जमाने की कोशिश कीजिए. मैंने अर्जुन से पूछा कि क्या तुम्हें यह विश्वास है कि तुम दूसरे दिन उतरकर शतक जमा सकते हो?’

Tags: Arjun tendulkar, Ranji Trophy, Sachin tendulkar, Sara tendulkar



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