सिराज के दोहरे वार से पंजाब तार-तार, आरसीबी को जिताया और पर्पल कैप पर भी कब्जा

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मोहम्मद सिराज के तेज ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को वह ताकत दे दी है, जो किसी भी चैंपियन टीम को चाहिए. सिराज ना सिर्फ बैंगलोर को जीत दिला रहे है, बल्कि आईपीएल 2023 के पर्पल कैप पर भी कब्जा कर लिया है. बैंगलोर बनाम पंजाब किंग्स के मुकाबले में तो सिराज का गजब का खेल दिखा. उन्होंने ना सिर्फ 4 विकेट झटके, बल्कि हरप्रीत सिंह को डायरेक्ट थ्राे से रनआउट भी किया. सिराज आईपीएल 2023 में अब तक 6 मैच में 12 विकेट ले चुके हैं. वे पर्पल कैप की लिस्ट में पहले नंबर पर चल रहे हैं. मार्क वुड, युजवेंद्र चहल और राशिद खान 11-11 विकेट के साथ संयुक्त रूप से दूसरे नंबर पर हैं.

दरअसल, देखा जाए तो इस सीज़न सिराज शानदार फॉर्म में चल रहे हैं और बैंगलोर के लिए सही मायने में सीनियर गेंदबाज़ की भूमिका भी निभा रहे हैं. Royal Challengers Bangalore के लिए अब तक 6 मैचों में ना सिर्फ उन्होंने 10 विकेट लिए हैं बल्कि उनका इकॉनोमी भी 7 रन प्रति ओवर से कम का रहा है. ऐसा आभास होता है कि सिराज आईपीएल 2021 वाले सीज़न की तरफ लौटते दिख रहे हैं जो उनका अफने करियर का सबसे बेहतीरन साल रहा था. महज 6.78की इकॉनोमी रखते हुए उन्होंने 15 मैचों में 21 विकेट झटके थे.

जब इस सीज़न के शुरुआत में मोहम्मद सिराज ने अपने शानदार स्पैल के जरिये मुंबई इंडियंस को पहले मैच में ही मात दिलवायी तो मुंबई के गेंदबाज़ी कोच शेन बांड ने खुलकर उनकी तारीफ की. बांड का कहना था कि पावरप्ले के दौरान सिराज ने बेहद धारदार गेंदबाज़ी की. इसके बाद कोलकाता नाइटराइडर्स के ख़िलाफ सिराज थोड़े महंगे साबित हुए (सिर्फ 1 विकेट मिले 44 रन खर्च करने के बाद) और ऐसा लगा कि वो फिर से 2022 वाले सिराज तो नहीं बन जायेंगे. पिछले सीज़न ना सिर्फ उन्होंने 10 (10.08) से ज़्यादा रन प्रति ओवर खर्च किये थे बल्कि 15 मैचों में उन्हें महज 9 विकेट ही मिल पाये थे. लेकिन, सिराज ने दिखाया कि वो 2022 वाले सिराज नहीं बल्कि 2021 वाले सिराज की ही रहा पर चल रहे हैं. और यही वजह है कि केकेआर वाले मैच के बाद अगले तीन मैचों में 6 विकेट सिर्फ 75 रन खर्च करके लिए. सिराज को ये बखूबी एहसास है कि टी20 फ़ॉर्मेट में हर मैच में निरंतरता हासिल करना मुश्किल है क्योंकि कोई भी बल्लेबाज़ मौका मिलने पर आसानी से अच्छे से अच्छे गेंदबाज़ों की बखियां उधेड देता है. लेकिन, उन्हें ऐसे फैंस से मायूसी होती है जो एक मैच में उन्हें भारत का भविष्य और अगले मैच में ऑटो चलाने की सलाह देते हुए तंज कसते हैं.

अगर सही मायनों में देखा जाए तो सिराज मौजूदा समय में भारतीय क्रिकेट में बिलकुल एक अलग किस्म के गेंदबाज़ हैं. सिराज में भले ही मोहम्मद शमी वाला हुनर और अनुभव नहीं हो या फिर जसप्रीत बुमराह वाली निरंतरता जिसके चलते हर फॉर्मेट में उनकी जगह प्लेइंग इलेवन में एक दम पक्की लेकिन आज वो रोहित शर्मा के लिए हर फॉर्मेट में अहम गेंदबाज़ हैं. 29 साल के सिराज को हमेशा से ही लाल गेंद का बढ़िया गेंदबाज़ माना जाता रहा है लेकिन हाल के सालों में जिस तरह से वन-डे क्रिकेट में उन्होंने अपना जलवा बिखेरा है , ऐसी संभावना कम दिखती थी. मौजूदा समय में आईसीसी की रैंकिंग में तीसरे नंबर के गेंदबाज़ सिराज कुछ महीने पहले नंबर 1 पर काबिज थे. और ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि बुमराह अनफिट थे और मजबूरी में सिराज को वन-डे क्रिकेट में मौके मिले. पिछले 1 साल में ये लेखक सिराज के साथ इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, ज़िम्बॉब्वे और न्यूज़ीलैंड के दौरे पर रहें हैं और हर नैट्स सेशन के दौरान एक बात देखने को आयी है कि कप्तान के साथ कोच इस खिलाड़ी के सथी काफी वक्त बिताते थे. उन्हें बार बार इस बात का एहसास कराया जाता रहा है कि वो 2023 वर्ल्ड कप के लिए भारत के लिए कितने अहम गेंदबाज़ साबित हो सकते हैं.

यूं तो भारतीय क्रिकेट में सिराज के उदभव और उत्कर्ष की कहानी एकदम फिल्मी है. हैदराबाद के एक ऑटो ड्राइवर के बेटे ने 7वीं क्लास तक या फिर यूं कहे 2015 तक क्रिकेट गेंद से गेंदबाज़ी नहीं की थी. लेकिन, उसके बाद 2017 तक किस्मत और मेहनत ने ऐसा रंग दिखाया कि 20 लाख की मामूली बेस प्राइस होने के बावजूद सनराइजर्स हैदराबाद ने उन्हें 2.6 करोड़ का करा दिया था क्योंकि हेड कोच टॉम मूडी और वीवीएस लक्ष्मण उन्हें हर कीमत पर टीम में लेना चाहते थे. सिराज ने पलक झपकते न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ अपना पहला टी20 मैच भी खेल लिया. लेकिन, इसे अजीब विडंबना ही कहा जायेगा कि अब तक सिराज ने इसी फॉर्मेट में सबसे कम (8) मैच पिछले 7 सालो के दौरान खेले हैं.

टेस्ट क्रिकेट में सिराज खुद को साबित कर चुकें हैं, वन-डे क्रिकेट में भी उन्होंने तीन साल के अंतर के बाद वापसी करती हुए अपनी जगह अब पक्की कर ली है. मुमकिन है कि इस आईपीएल के बाद वो क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में बी टीम इंडिया के लिए नियमित गेंदबाज़ की भूमिका निभायेंगे. लेकिन, इसके लिए ज़रुरी होगा कि आने वाले मैचों में वो अपनी टीम बैंगलोर के लिए फिर से 2021 वाली ही निरंतरता दिखायें.

वैसे, सिराज पर जो फैंस सोशल मीडिया में तंज कसते हुए हैं उन्हें ये नहीं भूलना चाहिए कि आईपीएल ख़त्म होते ही टीम इंडिया के जून के पहले हफ्ते में इंग्लैंड में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप भी खेलनी है. वहां शमी के साथ साथ सिराज ही तेज़ गेंदबाज़ी के मोर्चे पर सबसे बड़ी उम्मीद होंगे. इसलिए ज़रुरी है कि सिराज का फॉर्म औऱ उनका हौसला इस आईपीएल के दौरान किसी भी तरह का दर्द ना महसूस करे.

Tags: IPL, IPL 2023, Mohammed siraj, Rcb, Royal Challengers Bangalore



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