Sourav Ganguly forced Rahul Dravid to do wicketkeeping for team india in ODI

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नई दिल्‍ली. सौरव गांगुली को भारतीय टीम के सबसे सफलतम कप्‍तानों में से एक माना जाता है. दादा के नेतृत्‍व में ही टीम इंडिया ने साल 2002 में नेट वेस्‍ट सीरीज के दौरान अंग्रेजों को उन्‍हीं की धरती पर 326 रनों के पहाड़ जैसे लक्ष्‍य को भेदते हुए मात दी थी. इसके बाद अगले ही साल 2003 में खेले गए विश्‍व कप के दौरान टीम इंडिया ने फाइनल तक का सफर तय किया. खिताबी मैच में टीम इंडिया को ऑस्‍ट्रेलिया से शिकस्‍त झेलनी पड़ी. सौरव गांगुली को कुछ लोग बेहद अड़ियल कप्‍तान के रूप में भी जानते हैं. वो जो चाहते थे उसे करके ही मानते थे. यही वजह है कि ग्रेग चैपल से उनका विवाद काफी ज्‍यादा चर्चा में रहा. सौरव गांगुली को इस विवाद के चलते ही टीम इंडिया से अपनी जगह तक गंवानी पड़ी थी. हालांकि उन्‍होंने बाद में फिर टीम में वापसी की.

टीम का ही एक सदस्‍य भी दादा की जिद का शिकार हुआ और उसका नाम है राहुल द्रविड़. सौरव गांगुली के अड़ियल रवैये के चलते ही द वॉल के नाम से मशहूर द्रविड़ को वो काम करना पड़ा जो वो कभी भी नहीं करना चाहते थे. हम बात कर रहे हैं विकेटकीपिंग की. द्रविड़ एक पेशेवर विकेटकीपर नहीं थे. फिर भी अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट में उन्‍होंने 73 मैचों में विकेटकीपिंग की. 1999 से 2004 तक द्रविड़ ने विकेट के पीछे कुल 71 कैच पकड़े और 13 क्रिकेटर्स को स्‍टंप आउट किया.

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एक इंटरव्‍यू के दौरान राहुल द्रविड़ ने सौरव गांगुली द्वारा उन्‍हें विकेटकीपिंग के लिए ब्‍लैकमेल करने के पूरे प्रकरण के बारे में बताया था. द वॉल ने कहा कि वो कभी विकेटकीपिंग नहीं करना चाहते थे. “सौरव गांगुली ने मुझसे पूछा कि क्‍या आप विकेटकीपिंग करोगे. क्‍या आप इसकी कोशिश करोगे. आखिरी बार जब मैंने प्रतिस्‍पर्धी क्रिकेट में विकेटकीपिंग की थी तब मैं 15 साल का था.”

राहुल द्रविड़ ने कहा, “मैंने दादा को साफ मना कर दिया. तब उसने कहा कि कर ले ना यार. मैंने कहा 15 साल से नहीं किया है. मैं एक अच्‍छा विकेटकीपर नहीं था. इसलिए पहले ही मैंने विकेटकीपिंग छोड़ दी थी. मैं स्लिप में फिल्डिंग करता था. बिना ग्‍लव्‍स के बॉल पकड़ना आसान है लेकिन विकेटकीपिंग में आपको पैरों की मूवमेंट भी करनी होती है, जिसमें मैं बेहद खराब था. यही वजह है कि लेग साइड पर जब बॉल जाती थी तो वो मिस हो जाती थी.”

Tags: Cricket news, Rahul Dravid, Sourav Ganguly, Team india



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